नर्सिंग घोटाला : जीआरएमसी के पूर्व डीन डॉ समीर गुप्ता EOW की जांच में प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए
ग्वालियर। गजराराजा मेडिकल कॉलेज के पूर्व डीन डॉ समीर गुप्ता के खिलाफ वर्ष 2020-21 नर्सिंग भर्ती घोटाले में शिकायत कर्ता के पी सिंह (पूर्व कार्यपरिषद सदस्य जीवाजी विश्व विद्यालय) की शिकायत के आधार पर हुई हुए जांच में ईओडब्ल्यू ने डा समीर गुप्ता को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए्। डा गुप्ता के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करते हुए शिकायत को 292/22 पर पंजीबद्ध कर ईओडब्ल्यू ग्वालियर द्धारा विवेचना अधिकारी नियुक्त कर जांच शुरु कर दी है। इसी सम्बंध में विवेचना अधिकारी द्धारा 5 सितम्बर को शिकायतकर्ता के.पी. सिंह के कथन लिपिबद्ध किए गए।
डा. समीर गुप्ता के खिलाफ जांच में शीघ्र कार्यवाही हेतु पिछड़ा वर्ग संयुक्त मोर्चा ने की बैठक
नर्सिंग भर्ती घोटाले की जांच में ईओडब्ल्यू द्वारा में प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए डा समीर गुप्ता के खिलाफ
पिछड़ा वर्ग संयुक्त मोर्चा ने गांधी रोड स्थित किरार भवन पर एक बैठक आयोजित कर मोर्चा के पदाधिकारियों ने बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 8 सितम्बर से डा समीर गुप्ता के खिलाफ प्रकरण की विवेचना प्रतिदिन जारी रखकर डा समीर गुप्ता के विरुद्ध FIR दर्ज कर चालान न्यायालय में अतिशीघ्र प्रस्तुत करने हेतू ईओडब्ल्यू को एक ज्ञापन दिया जायेगा। जिससे डा समीर गुप्ता जेसे महा भ्रष्टाचारियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले सके। बैठक में सेवानिवृत्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ आर एस रूहल, श्री सुरेश यादव दौलत सिंह गुर्जर, एडवोकेट पूरन सिंह राणा, चंदन राठौर, मोतीलाल, रुपेश यादव, गणेश बघेल, मुकेश पाल, लाखन सिंह लोधी, मान सिंह कुशवाह, सुबोध पटेल, राम प्रसाद सोनी, हरि प्रकाश वर्मा आदि उपस्थित थे।
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