प्रीतम लोधी को भाजपा ने दिखाया बाहर का रास्ता
ग्वालियर/भोपाल। उमा भारती के करीबी और भाजपा नेता प्रीतम लोधी की टिप्पणी से नाराज प्रदेश के ब्राह्मण ना सिर्फ लामबंद हो गए बल्कि उन्होंने शिवराज सरकार को भी अपनी ताकत का एहसास करा दिया। ऐसे में आनन-फानन में भाजपा को प्रीतम लोधी को निष्कासित करना पड़ गया।
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने प्रीतम लोधी के निष्कासन की खबर मीडिया को दी। हालांकि इससे पहले प्रीतम लोधी की टिप्पणी पर मचे बवाल के बाद पार्टी ने प्रीतम लोधी को एक पत्र भेजकर उन्हें भोपाल भी तलब किया था। प्रीतम लोधी इस मामले में अपनी सफाई दे चुके हैं और उनका कहना है कि उन्होंने ब्राह्मण समाज पर कोई टिप्पणी नहीं की है बल्कि उन्होंने राम रहीम, आसाराम बापू जैसे ढोंगी साधुओं पर अपनी टिप्पणी की थी। भाजपा के प्रदेश महामंत्री और कार्यालय प्रभारी भगवानदास सबनानी ने कहा कि प्रीतम लोधी ने ब्राह्मण समाज और महिलाओं को लेकर जो आपत्तिजनक टिप्पणी की है उसे पार्टी नेतृत्व ने गंभीरता से लिया है और लोधी के अपराध को क्षमा योग्य नहीं माना। पार्टी की ओर से जारी इस बयान में कहा गया है कि भाजपा के लिए सामाजिक सदभाव और महिलाओं का सम्मान सदैव सर्वोपरि है। फिलहाल पार्टी ने प्रीतम लोधी को प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है।
आपको बता दें कि शिवपुरी जिले के बदरवास के ग्राम खरेह में वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी की 191वी जयंती के मौके पर पंच सरपंच जनपद सदस्य, जिला पंचायत सदस्यों सहित छात्रों के सम्मान कार्यक्रम में ब्राम्हणों पर अमर्यादित टिप्पणी करते हुऐ उन्होंने कहा था कि पुजारी और कथा वाचक लोगों को पागल बनाते हैं और उन्हें ठगते हैं तथा महिलाओं पर बुरी नजर रखते हैं। लोधी की इस टिप्पणी से उबले ब्राह्मण समाज ने प्रदेश में कई जगह धरना प्रदर्शन और चक्का जाम किया तथा लोधी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की भी मांग उठाई। वैसे शिवपुरी में लोधी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
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