बाबा रामदेव को दिल्ली हाईकोर्ट से मिली फटकार
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के कोविड पॉजिटिव होने को लेकर दिया था बयान
नई दिल्ली, 17 अगस्त। दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अनूप जे भंभानी ने बुधवार को योग गुरु बाबा रामदेव को एलोपैथी और कोरोना के इलाज पर दिए गए बयान को लेकर कड़ी फटकार लगाई है। जस्टिस अनूप जे भंभानी ने योग गुरु रामदेब को लोगों को गुमराह न करने के लिए कहा।बाबा रामदेव ने हाल ही में कोरोना वैक्सीन लगने के बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर बयान देते हुए,उन्होंने इसे मेडिकल साइंस की विफलता बताया था। उनके इस बयान पर डॉक्टर एसोसिएशन ने बाबा रामदेव के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था, और आरोप लगाया गया था कि बाबा रामदेव गलत सूचना फैलाकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। और लोगों को यह कहकर अस्पताल में भर्ती नहीं होने के लिए कह रहें है, कि कोविड से हो रही मौतों के लिए एलोपैथी ही जिम्मेदार है।बड़े पैमाने पर जनता के हित पर चिंता व्यक्त करते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति श्री भंभानी ने कहा कि आयुर्वेद का अच्छा नाम और प्रतिष्ठा है और ये किसी भी तरह से नष्ट नहीं किया जाना चाहिए।
योग गुरु बाबा रामदेव से दिल्ली हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति अनूप जे भंभानी ने कहा कि आधिकारिक जानकारी के अलावा और कुछ न कहें। कोर्ट ने योग गुरु को फटकार लगाते हुए कहा कि यह कहना एक बात है कि मैं वैक्सीन नहीं लेना चाहता, लेकिन यह कहना दूसरी बात है कि देखो वैक्सीन भूल जाओ यह बेकार है, इस तरह से गुमराह करने वाले बयान न दें।कोर्ट ने कहा कि आपके इस तरह के बयान और अंतरराष्ट्रीय नेताओं का नाम लेने से विदेशों से संबंध पर असर पड़ सकता है।बाबा रामदेव ने हाल ही में कोरोना वैक्सीन लेने के बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि ये चिकित्सा विज्ञान की विफलता थी। इस बयान पर दिल्ली हाई कोर्ट ने कड़ी फटकार लगाई। वहीं कोर्ट ने कहा कि यह कहना एक बात है कि मैं वैक्सीन नहीं लेना चाहता, लेकिन यह कहना दूसरी बात है कि देखो वैक्सीन भूल जाओ यह बेकार है, इस तरह से गुमराह करने वाले बयान न दें। कोर्ट ने कहा कि आपके इस तरह के बयान अंतरराष्ट्रीय नेताओं का नाम लेने से विदेशों से संबंध पर असर पड़ सकता है।
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