भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों को नही है, अपने अपने पार्षदों पर विश्वास
ग्वालियर, नगर निगम परिषद में अब आखिरी लड़ाई सभापति को लेकर की जानी है। भाजपा ने महापौर की सीट गंवाने के बावजूद पार्षदों की 66 में 34 सीट जीतकर परिषद में पूर्ण बहुमत जरूर पा लिया है, लेकिन कांग्रेस की रणनीति और क्रास वोटिंग का डर अब भी पार्टी को सता रहा है। सभापति चुनाव से पहले दोनों पार्टियों ने अपने अपने पार्षदों की बाड़ाबंदी कर रखी है। भाजपा अपने 34 पार्षद और 3 निर्दलीय पार्षदों को लेकर हरियाणा के रेवाडी में हंस रिज़ॉर्ट में है। जो मथुरा वृन्दावन होते हुए आज रात तक ग्वालियर पहुंचेंगे। वहीं कांग्रेसी धार्मिक यात्रा के नाम पर 28 पार्षदों को लेकर पहले दतिया में दर्शन कराने के बाद ओरछा के एक रिसॉर्ट लेकर पहुँच थे। बता दें कि नगर निगम ग्वालियर में 57 वर्ष बाद कांग्रेस का महापौर बना है। दोनों पार्टियां अपना सभापति बनाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही हैं। देखते है, बाजी कौन मारता है।
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