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नकली सीमेंट- ग्वालियर में रेत और रिजेक्ट सीमेंट के पाउडर से तैयार हो रही थी अल्ट्राटेक नाम से नकली सीमेंट

ग्वालियर के मुरार इलाके के जहांगीरपुरी इलाके के में पास सुनसान क्षेत्र में एक गोदाम बनाकर नकली सीमेंट तैयार की जा रही थी। पुलिस को जब इस पूरे मामले की जानकारी मिली तो ग्वालियर क्राइम ब्रांच और मुरार थाना पुलिस की छापामार कार्रवाई में नकली सीमेंट फैक्ट्री संचालित होते मिली। फैक्ट्री में बड़ी मात्रा में तैयार माल और पैकिंग मैटेरियल मौके पर मिला पुलिस ने मौके से मैनेजर अंकित पाराशर और एक कर्मचारी को हिरासत में ले लिया है।अल्ट्राटेक कंपनी ने ग्वालियर पुलिस को इस बात की जानकारी दी कि अल्ट्राटेक नाम से मार्केट में नकली सीमेंट सप्लाई हो रही है। इस सूचना पर से पुलिस सक्रिय हो गई और नेटवर्क मजबूत किया। जल्द ही पुलिस को सफलता भी मिल गई। पुलिस के मुखबिर ने पुलिस को बताया कि अल्ट्राटेक ब्रांड नाम से नकली सीमेंट तैयार करने की फैक्ट्री जहांगीरपुरी में संचालित है। इसी सूचना पर से ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने मुरार थाना पुलिस के साथ मिलकर जहांगीरपुरी में संचालित नकली सीमेंट फैक्ट्री पर छापा मार दिया।

बाजार मूल्य से 20 रुपए कम कीमत में बेची जा रही थी नकली सीमेंट

संचालित फैक्ट्री में नकली सीमेंट तैयार करके इसे असली सीमेंट की बोरी की कीमत से ₹20 कम कीमत में बाजार में बेचा जा रहा था। इस वजह से नकली सीमेंट की डिमांड काफी बढ़ गई थी। बाजार में धड़ाधड़ इसकी सप्लाई हो रही थी और इसका असर असली सीमेंट के कारोबार पर पड़ रहा था। तभी कंपनी की नजर इस नकली सीमेंट की बोरियों पर पड़ गई।
पुलिस ने जब नकली सीमेंट फैक्ट्री पर छापा मारा तो पुलिस को यहां 2 गोदाम से 300 बोरी तैयार नकली सीमेंट मिली है। इसके अलावा मौके पर से नकली सीमेंट तैयार करने में उपयोग किया जाने वाला रॉ मटेरियल भी मिला है। नकली सीमेंट को पैक करने के लिए पैकिंग मशीन भी मिली है और अल्ट्राटेक प्रिंट किए हुए खाली बोरिया भी मिली है जिनमें नकली सीमेंट को तैयार करके इन बोरियों में नकली सीमेंट भरने की तैयारी थी। पुलिस ने नकली सीमेंट फैक्ट्री पर छापा मारने के साथ ही मौके पर से दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। पकड़े गया एक आरोपी खुद को मैनेजर बता रहा है। पकड़े गए आरोपी मैनेजर का नाम अंकित पाराशर बताया गया है। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि नकली सीमेंट की बोरी महज ₹100 में तैयार हो जाती थी और इसी नकली सीमेंट की बोरी को यह लोग ₹350 में बाजार में बेच दिया करते थे।

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