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नई नगर सरकार चुनने के बाद भी नहीं शहरवासियों को कचरे के ढ़ेरों से निजात

पॉश कालोनियों में भी नियमित नहीं उठ रहा कचरा

ग्वालियर। पिछले तीन साल से अधिक समय से नई नगर सरकार बनने का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे थे और नई सरकार बने हुए लगभग एक पखवाड़ा निकल चला, फिर भी शहर की सफाई व्यवस्था जस के तस है, कचरा प्रबंधन को लेकर बड़ी बातें करने वाले धरातल पर अभी कहीं कुछ नया करते नज़र नही आ रहे, कई स्थानों पर लगे कचरे के ढेर नगर निगम प्रशासन और नई नगर सरकार को चिढ़ा रहे हैं। एक ओर नगर निगम प्रशासन स्वच्छता को लेकर लोगों को जागरुक करने में जुटा हुआ है वहीं दूसरी ओर नगर निगम के स्वच्छता दूत प्रशासन की मंशा को धूमिल करने में लगे हुए हैं। प्रशासन के सख्त निर्देश के बाद भी कई स्थानों पर लगे कचरे के ढेर स्वत: ही सफाई व्यवस्था को चिढ़ा रहे हैं। इतना ही नहीं इन कचरों के ढेर से बारिश के सीजन में मच्छरों की आमद बढ़ गई और लोग विभिन्न प्रकार की बीमारियों से ग्रसित होकर चिकित्सकों की शरण में पहुंच रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि शहर में नई नगर सरकार को अस्तित्व में आए हुए तकरीबन 12 दिन हो गए और महापौर व सभी पार्षदों ने 1 अगस्त को शपथ ग्रहण करने के बाद 6 अगस्त को पदभार ग्रहण कर लिया। लेकिन एक सप्ताह के बाद भी नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी अपना रबैया सुधारने का नाम नहीं ले रहे। पहले चुनाव के नाम पर शहर की सफाई व्यवस्था चौपट हो गई थी और नगर निगम का पूरा का पूरा अमला चुनाव में व्यस्त था जिसके कारण सफाई व्यवस्था की मॉनीटरिंग नहीं हो पा रही थी लेकिन अब जबकि चुनाव निपट चुका और नई नगर सरकार ने भी कार्यभार संभाल लिया ऐसे मेंं अब शहर की मूल समस्या सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए नगर निगम प्रशासन को कार्य करना चाहिए लेकिन एक सप्ताह से अधिक समय बाद भी नगर निगम के अधिकारी सफाई व्यवस्था को लेकर अलर्ट नजर नहीं आ रहे जिसके कारण सफाई मित्रों की मनमानी का आलम जारी है। अहम बात यह है कि शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए चुनाव से पहले निगमायुक्त किशोर कान्याल ने स्वयं मोर्चा संभाला था और सुबह-सुबह स्वयं मॉनीटरिंग कर रहे थे जिसके फलस्वरूप शहर की सफाई व्यवस्था पहले से काफी बेहतर हो गई थी और सुबह-शाम दोनों समय नियमित रूप से शहर के प्रमुख बाजारों के अलावा पॉश कालोनियों में सफाई की जा रही थी लेकिन पिछले एक महीने से अधिक समय से सुबह-शाम तो दूर नियमित रूप से सफाई कर्मी बाजारों और कालोनियों में नहीं पहुंच रहे हैं।

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