♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

बुजुर्ग महिला ने की इच्छा मृत्यु की मांग

ग्वालियर। बहू और उसके मायके वालों से परेशान बुजुर्ग महिला ने एसएसपी ऑफिस पहुंचकर इच्छा मृत्यु की मांग की है। बुजुर्ग सास का आरोप है कि बहू और भाई-पिता घर पर आते हैं, मुझे कुर्सी से बांधकर मेरे बेटे को पीट-पीटकर मुर्गा बनाते हैं। इस तरह की प्रताडऩा देते हैं कि अब सहन नहीं होती। वह प्रॉपर्टी हड़पने के लिए प्रताडि़त कर रहे हैं।
कई बार इसकी शिकायत थाने में की है, लेकिन पुलिस ने उनकी बहू और उसके परिवार वालों पर अभी तक कोई भी एक्शन नहीं लिया है। बुजुर्ग ने पुलिस अफसरों से कहा है कि या तो उन्हें न्याय दिलाएं या इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए। पुलिस अफसरों ने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
गोला का मंदिर में रहने वाली 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला सुनीता कुशवाह बहू और उसके परिवार वालों से आए दिन की प्रताडऩा से तंग आकर रोती-बिलखती दोनों बहनों ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि बेटे की शादी के बाद से ही उन पर प्रताडऩा शुरू हो गई थी, जो आज तक जारी है। हालात ऐसे हैं कि बुजुर्ग महिलाएं अपने घर भी चार महीने से नहीं पहुंच सकी हैं। उन पर पुलिस ने हत्या की कोशिश का झूठा मुकदमा दायर करके काफी परेशान किया है। खास बात यह है कि खुद को समाजसेवी और मैरिज गार्डन संचालक रामकुमार सिंह और उनके सहयोगी अशोक सिंह हमारे परिवार को परेशान कर रहे हैं। ऐसा इन महिलाओं का आरोप है। विधवा और बुजुर्ग महिला सुनीता कुशवाह ने बताया है कि उनके बेटे से रामकुमार की बेटी का विवाह हुआ है। शादी के बाद से ही बहू ने उन पर दहेज प्रताडऩा का झूठा केस लगवा दिया। बाद में उन पर फायरिंग करने का केस दर्ज करा दिया। इस कारण वे अपने घर भी नहीं जा पा रही है।
महिलाओं का आरोप है कि 15 अप्रैल 2022 को उनके बेटे की रामकुमार और उसके साथियों ने मुर्गा बनाकर जमकर पिटाई की है। घर में बहू और उसके परिवार ने उन्हें कुर्सी से बांधकर प्रताडि़त किया। पुलिस उनकी सुनने के बजाय बहू और उसके परिवार का साथ दे रही है। बहू के परिवार वाले अपने रसूख का इस्तेमाल कर पूरा मकान हड़पने की कोशिश कर रहे हैं। साधना कुशवाह के नाम पर उनका एक मकान गोला का मंदिर इलाके में है। जिस पर उनकी बहू और उसके परिवार की निगाह है। बुजुर्ग महिला सुनीता कुशवाह ने पुलिस अधिकारियों से कहा है कि या तो उनकी बहू और उसके परिवार वालों के ऊपर सख्त कार्रवाई करें नहीं तो उन्हें इच्छा मृत्यु की अनुमति दे दें।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें




स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

[responsive-slider id=1811]

जवाब जरूर दे 

क्या बिहार में भाजपा जेडीयू गठबंधन टूट जाएगा?

View Results

Loading ... Loading ...

Related Articles

Close
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129