♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

शहर विकास के मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं होगी-मनोज तोमर

ग्वालियर। हार का सामना कर चुकी बीजेपी परिषद में अपना सभापति का पद बचाने में सफल रही। इस पद पर बीजेपी ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और सांसद विवेक शेजवलकर के नजदीकी वार्ड 55 के प्रत्याशी मनोज तोमर को अपना प्रत्याशी बनाया, जबकि कांग्रेस ने लक्ष्मी सुरेश गुर्जर को मैदान में उतारा। इस कांटे के मुकाबले में बीजेपी प्रत्याशी 34 मत पाकर विजयी हुए जबकि कांग्रेस उम्मीदवार महज एक वोट से चुनाव हार गई। पीठासीन अधिकारी कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने तोमर को निर्वाचित घोषित कर दिया।
नगर निगम परिषद भाजपा के नाम रही। भाजपा को पार्षदों की बाड़ाबंदी रास आ गई है। भाजपा को वही वोट मिले हैं जो उनके प्रत्याशी जीते थे। सारे निर्दलीय आखिर में कांग्रेस की तरफ चले गए हैं। भाजपा की ओर से केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के खास पार्षद मनोज तोमर ने कांग्रेस की उम्मीदवार लक्ष्मी सुरेश गुर्जर को 1 वोट से हराकर सभापति का चुनाव जीत लिया है। 66 पार्षद में से भाजपा को 34 वोट मिले हैं, जबकि 33 वोट कांग्रेस के पास आए हैं। इनमें से एक वोट कांग्रेस मेयर का भी है।
सभापति बनने के बाद मनोज तोमर ने कहाकि विकास के मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं होगी। शहर के विकास के लिए भाजपा पहले भी संकल्पित थी और आज भी है। जिन्होंने खरीद फरोख्त कर अपना सभापति बनाने का प्रयास किया था, लेकिन उनको भाजपा के पार्षदों ने आइना दिखा दिया है।
भाजपा-कांग्रेस में कांटे की टक्कर थी लेकिन पार्षद संख्या को देखते हुए भाजपा का पलड़ा भारी शुरू से ही भारी नजर आ रहा था। पर क्रॉस वोटिंग होती तो कांग्रेस को फायदा हो सकता था, लेकिन कांटे की टककर में भाजपा ने एक वोट से कांग्रेस को मात दे दी है। भाजपा शपथ ग्रहण समारोह के बाद ही अपने सभी पार्षदों को लेकर दिल्ली रवाना हो गई थी। तत्काल उनकी बाड़ाबंदी की राजनीति सफल होते नजर आ रही है।
सभापति प्रत्याशियों के नामांकन के बाद व वोटिंग से पहले सांसद विवेक शेजवलकर कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार के पास प्रस्ताव लेकर गए कि भाजपा की सरकार है, इसलिए उनका सभापति बन जाने दो। तब विधायक ने कहा कि सभापति उनका बन जाने दो, मैं भाजपा के 5 सदस्यों को एमआइसी में शामिल कर लूंगा। बाद में दोनों नेताओं ने एक दूसरे के प्रस्ताव ठुकरा दिए।
बीजेपी में अंतिम समय तक प्रत्याशी के नाम को लेकर जमकर खींचतान हुई। सिंधिया समर्थक हरिपाल या अनिल सांखला को सभापति बनाना चाहते थे लेकिन इस बार बीजेपी किसी भी कीमत पर यह पद सिंधिया समर्थक को न देने की गोलबंदी कर ली थी। सुबह नामांकन के पहले सिंधिया समर्थकों ने सोशल मीडिया पर सांखला के नाम का ऐलान भी कर दिया लेकिन आखिरीक्षण में शेजवलकर ने मनोज तोमर के नाम का ऐलान कर दिया। लंबी रस्साकसी और कांग्रेस और बीजेपी के पार्षद दिल्ली और ओरछा में बाड़ा बंदी के बाद देर रात ग्वालियर लौट आये।
बीजेपी मेयर पद हारने के बाद वह सभापति पद बचाने में कामयाब रही। उसके पास 34 से ज्यादा का जादुई आंकड़ा था। लेकिन क्रॉस वोटिंग से भयभीत थी। कांग्रेस के पास केवल 29 वोट थे लेकिन उसे क्रॉस वोटिंग का सहारा था। कांग्रेस अपनी संख्या से आठ वोट अधिक लाने में कामयाब रही लेकिन एक वोट क्रॉस नही करा पाई और हार गई जबकि बीजेपी 37 पार्षदों को लेकर दिल्ली गई थी। लेकिन उसे वोट सिर्फ 34 मिले। परिषद में कुल 66 पार्षदो और एक महापौर ने मतदान किया।

ऐसे चली सभापति चुनाव की प्रक्रिया

कलेक्टर एवं पीठासीन अधिकारी ग्वालियर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने स्पष्ट किया है कि अध्यक्ष (स्पीकर) का निर्वाचन मध्यप्रदेश नगर पालिका निगम अध्यक्ष (स्पीकर) का निर्वाचन नियम 1998 के अनुसार हुआ। शुक्रवार सुबह 10.30 बजे से 11 बजे तक नाम निर्देशन पत्र प्रस्तुत किए जाने का समय निर्धारित किया गया। नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा सुबह 11 बजे से 11.15 बजे तक की गई। शुक्रवार सुबह 11.15 बजे से 11.30 बजे तक अभ्यर्थी नाम वापस लेने का समय था। मतदान 11.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक हुआ। मतगणना दोपहर 12.30 बजे से की और दोपहर 12.45 बजे परिणाम आ गया।

200 जवान लगे थे सुरक्षा में….

सभापति चुनाव कितना पेचीदा था इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जलविहार परिषद से लेकर पार्षदों के होटलों तक 200 के लगभग जवान व अफसर तैनात किए गए हैं। जलविहार स्थित परिषद के हर गेट पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी व चौकस है। जिससे यहां उत्साह या निराशा में कोई भी प्रदर्शन हो तो उसे तत्काल काबू में किया जा सके।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें




स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

[responsive-slider id=1811]

जवाब जरूर दे 

क्या बिहार में भाजपा जेडीयू गठबंधन टूट जाएगा?

View Results

Loading ... Loading ...

Related Articles

Close
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129