छात्रों की सफलता में माता-पिता का बड़ा योगदान है: राज्यपाल
ग्वालियर, 27अगस्त। जीवाजी विश्वविद्यालय का भव्य दीक्षांत समारोह शनिवार को जीवाजी विश्वविद्यालय के अटल बिहारी वाजपेयी इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित हुआ। दीक्षांत समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल एवं केन्द्रीय नागरिक उड्डयन व इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उपाधियाँ एवं स्वर्ण पदक व पुरस्कार प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को वीडियो संदेश के जरिए बधाई एवं शुभकामनायें दीं।
राज्यपाल एवं कुलाधिपति मंगुभाई पटेल ने अपने संदेश में कहा कि आप सबकी सफलता में माता-पिता का बड़ा योगदान है, उसे कभी न भूलें। साथ ही अपने जीवन में ऐसा कोई काम न करें, जिससे देश पर लांछन लगता हो। उन्होंने कहा आप सब जहाँ भी रहें, पूरी संवेदना और सेवा भाव के साथ अपना फर्ज निभायें।
दीक्षांत समारोह मैं ज्योतिरादित्य सिंधिया न आना रहा चर्चा का विषय
जीवाजी विश्विद्यालय के दीक्षांत समारोह मैं केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी दीक्षांत समारोह उपस्थिति नही हो सके। कुछ लोग उनकी नाराजगी की वजह जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा आमन्त्रण पत्र में उनका नाम प्रदेश के शिक्षा मंत्री मोहन यादव के बाद तीसरे स्थान पर रखना बता रहे है। श्री सिंघिया ने भी वीडियो संदेश के माध्यम से छात्रों से कहा कि जीवाजी विश्वविद्यालय के विद्यार्थी विज्ञान, खेल, उद्यम सहित अन्य विधाओं में देश विदेश में ग्वालियर का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि वर्तमान विद्यार्थी भी इस परंपरा को और आगे बढ़ायेंगे। उन्होंने कहा परिवर्तन लाने की क्षमता युवाओं में होती है। युवा नई उमंग व त्याग की भावना के साथ सेवा के क्षेत्र में आगे बढ़ें। साथ ही विद्यार्थियों का आह्वान किया कि बड़ा सोचें और छोटी-छोटी सफलता प्राप्त कर सफलता के उच्चतम मापदंड स्थापित करें। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी अपना सिर सदैव ऊँचा रखें और पैर जमीन पर रखकर ऊँचाईयाँ प्राप्त करने के प्रयास करें।
दीक्षांत समारोह का आयोजन प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।
मुख्य अतिथि के रुप मैं बोलते हुए श्री यादव ने कहा कि विद्यार्थी अपने ज्ञान व कौशल से विशिष्टतम लक्ष्य प्राप्त कर दुनियाभर में भारत का नाम रोशन करें।
दीक्षांत समारोह में शिक्षण सत्र वर्ष 2020-21 की पीएचडी उपाधियाँ, स्नातकोत्तर उपाधियाँ व विभिन्न संकायों में अव्वल रहे विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। इनमें 90 शोध उपाधि (पीएचडी), 92 स्नातकोत्तर उपाधियाँ एवं 55 स्वर्ण पदक व पुरस्कार शामिल हैं।
दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने कहा खुशी की बात है कि जीएसटी जैसे विषय पर हमारे विद्यार्थी पीएचडी उपाधि प्राप्त कर रहे हैं, जो देश के आर्थिक सशक्तिकरण की ओर सुखद संकेत है। उन्होंने रसायन शास्त्र व भारत की प्राचीन परंपराओं पर शोध करने की आवश्यकता भी बताई। इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विपरीत परिस्थितियों के बाबजूद भारत की अर्थव्यवस्था मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि शिक्षा के साथ दीक्षा भी मिलती रहे, इस दिशा में प्रदेश सरकार विशेष रूप से प्रयासरत है। खुशी की बात है कि जीवाजी विश्वविद्यालय ने इस क्रम को जारी रखा है।
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