होटल में चल रहा था अस्पताल, नार्मल मरीज को भर्ती कर किया जा रहा था आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा
जबलपुर, 28अगस्त। जबलपुर के एक होटल में चल रहे फर्जी अस्पताल के मामले में स्वास्थ्य विभाग और क्राइम ब्रांच ने फर्जी अस्पताल का भंडाफोड़ किया है। होटल की आड़ में अस्पताल चल रहा था। सेंट्रल इण्डिया किडनी हॉस्पिटल के संचालक ने तीन साल पहले अपने बेटे के लिए वेगा नाम से होटल बनवाया था। कोरोना काल मे होटल नही चला तो अस्पताल के नाम पर मरीज भर्ती करने लगा। उसने अस्पताल संचालन के लिए स्वास्थ्य विभाग से कोई अनुमती भी नही थी।ये सब खेल आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़े के लिए खेला जा रहा था। सेन्ट्रल इण्डिया किडनी हॉस्पिटल में नार्मल मरीज को भर्ती कर आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़े का खेल खेला जा रहा था। यहां साधारण से सर्दी जुकाम वाले मरीजों को भी चार से पांच दिन भर्ती रखा जाता था।
अस्पताल संचालक प्रत्येक भर्ती मरीज को एक हजार रुपए रोज देता था। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा का कहना है, कि इसने अधिकांशता आयुष्मान कार्ड धारक मरीजों को ही भर्ती किया जाता था। एसपी बहुगुणा ने बताया कि इसमें आयुष्मान कार्ड का दुरपयोग हुआ है। और बड़े घोटाले की आशंका है।स्वास्थ्य विभाग और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
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