
गोपाल मंदिर में जन्माष्टमी पर होगा करोड़ो के जेवरात से श्रृंगार
ग्वालियर। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 18 व 19 अगस्त को मनाया जाएगा। फूलबाग स्थित गोपाल मंदिर में जन्माष्टमी का पर्व 19 अगस्त को मनाया जाएगा। तीन साल बाद महापौर डा शोभा सिकरवार, नगर निगम कमिश्नर किशोर कन्याल व सभापति मनोज तोमर के साथ श्रृंगार करोड़ों रुपये की कीमत के गहनों से द्वारा किया जाएगा। इसके अलावा जिला कोर्ट के पास गिर्राज मंदिर, सदर बाजार स्थित गोर्वधनधारी व थाटीपुर पर स्थित द्वारिकाशीध मंदिर के साथ नगर के प्रमुख मंदिरों सनातन धर्म मंदिर व राममंदिर में जन्माष्टमी की तैयारियां शुरू हो गईं हैं। राधाकृष्ण के श्रृंगार में नगर निगम द्वारा बैंक लॉकर में संचित करोड़ों रुपए कीमत के गहने उपयोग किये जायेंगे। जिसमें सफेद मोती वाला पंचगढ़ी हार लगभग ढाई लाख कीमत का, सात लढ़ी हार जिसमें 62 असली मोती और 55 पन्ने होंगे सन् 2007 में इनकी अनुमानित कीमत लगभग 8 से 10 लाख रू. आंकी गई थी, इसके अलावा सोने के तोड़े तथा सोने का मुकुट कृष्ण पहनेंगे जिनकी कीमत भी लगभग 20 लाख रू. है।
गोपाल मंदिर की राधाजी का ऐतिहासिक मुकुट जिसमें पुखराज और माणिक जणित के पंख है तथा बीच में पन्ना लगा है, तीन किलो वजन के इस मुकुट की कीमत आज की दरों पर लगभग 80 से 90 लाख के बीच आंकी गई है तथा इसमे लगे 16 ग्राम पन्ने की कीमत लगभग 6,46,000/- आंकी गई।
राधाकृष्ण के श्रृंगार के लिये लगभग साढ़े पांच लाख रुपए के जेवर उपलब्ध हैं जिनमें श्रीजी तथा राधा के झुमके, सोने की नथ, कण्ठी, चूडिय़ां, कड़े इत्यादि से भगवान को सजाया जायेगा। भगवान के भोजन इत्यादि के लिये भी प्राचीन बर्तनों की सफाई कर इस दिन भगवान का भोग लगाया जावेगा। लगभग 25 लाख रू. कीमत के चांदी के विभिन्न बर्तनों से भगवान का भोग अराधना होगी। जिनमें भगवान की समई, इत्र दान, पिचकारी, धूपदान, चलनी, सांकड़ी, छत्र, मुकुट, गिलास, कटोरी, कुंभकरिणी, निरंजनी आदि सामग्रियों का भी प्रदर्शन किया जाएगा। यह गहने 19 अगस्त को ही बैंक लाकर से इन गहनों को निकाला जाएगा।
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