सायबर फ्राड से बचाने के तरीके बताने मुरार केंटोनमेंट पहुंचे पुलिस अफसर
ग्वालियर। सेना के अफसर, फौजी और इनके स्वजनों के साथ सायबर फ्राड की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इन्हें ठगी से बचाने के लिए पुलिस अफसर खुद मुरार केंटोनमेंट पहुंचे। यहां सेना के अफसर, सैनिक और इनके स्वजनों से सीधा संवाद किया। इन्हें सायबर फ्राड के बारे में बताया, इनसे बचने के तरीके बताए। एएसपी क्राइम राजेश दंडोतिया और क्राइम ब्रांच की सायबर सेल की टीम यहां पहुंची। यहां पर सेना के अफसर, सैनिक और इनके स्वजन से सीधा संवाद किया।
एएसपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि सेना के अफसर, सैनिक और इनके स्वजनों के साथ डेबिट कार्ड बदलकर सबसे ज्यादा ठगी होती है। रिटायर्ड सैनिकों के साथ भी ठगी होती है। मदद करने के बहाने यह लोग एटीएम बूथ के पास आते हैं और डेबिट कार्ड बदल लेते हैं। सेक्सटार्शन, यह दूसरा ऐसा तरीका है, जिसके जरिऐ इन दिनों सबसे ज्यादा ठगी हो रही है। ठगों की गैंग इंटरनेट मीडिया के जरिए दोस्ती करती है और इसके बाद वीडियो काल करके अश्लील वीडियो बनाती है। फिर शुरू होता है ब्लैकमेलिंक का खेल। बैंक खाते का केवायसी अपडेट कराने का झांसा देकर भी ठगी हो रही है। केवायसी अपडेट करने का झांसा देने वाले बैंक के कर्मचारी बनकर काल करते हैं, फिर बैंक खाता, आधार कार्ड, पैन कार्ड और ओटीपी पूछते हैं, फिर ठगी करते हैं। लुभावने आफर, सस्ता सामान बेचने का झांसा देकर ठगा जा रहा है। एसएमएस भेजे जाते हैं, इनमें फिसिंग लिंक होती है। फिसिंग लिंक के जरिए भी ठगी होती है। फिसिंग लिंक पर क्लिक करते ही मोबाइल तक हैंग हो जाता है। पे-वालेट से ठगी कर ली जाती है।
एएसपी दंडोतिया ने बताया कि कभी किसी को ओटीपी न बताएं। किसी भी लुभावने आफर के लालच में आकर अंजान लिंक पर क्लिक न करें। कोई भी बैंक खाते का नंबर या अन्य जानकारी नहीं लेता, इसलिए कोई भी जानकारी साझा न करें। अगर ठगी हो जाए तो तत्काल सायबर सेल में संपर्क करें, जिससे जल्द से जल्द पैसा अकाउंट में फ्रीज कराया जा सके।
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